125-कहानियां छोटी पर सच्ची

6 छोटी-छोटी  कहानियाँ:
         
                ( 1 )
 
एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे, प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए  परन्तु एक बालक अपने साथ छाता भी लेकर आया.

इसे कहते हैं आस्था.

                ( 2 )

जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता है  क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे.

इसे कहते हैं विश्वास.

                ( 3 )

प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं होती कि सुबह तक हम जीवित रहेंगे भी या नहीं फिर भी हम घड़ी  में अलार्म लगाकर सोते हैं.

इसे कहते हैं आशा.
     

                 ( 4 )

हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं.

इसे कहते हैं आत्मविश्वास.

                ( 5 )

 हम देख रहे हैं कि दुनिया कठिनाइयों से जूझ रही है फिर भी हम शादी करते हैं.

इसे कहते हैं प्यार.
     
                   
                   ( 6 )

एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था "मेरी उम्र 60 साल नहीं है, मैं तो केवल 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ".

इसे कहते हैं नज़रिया.
  

जीवन खूबसूरत है, इसे सर्वोत्तम के लिए जियें.

बिखरने दो होंठों पे हंसी की फुहारें, दोस्तो
प्यार से बोलने से जायदाद कम नहीं होती.

इन्सान तो हर घर में पैदा होते हैं
बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है.

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